द्विगु समास || Dvigu samas kise kahte hai

द्विगु समास -

जिस सामासिक पद पहला पद संख्यावाची होता है, उसे द्विगु समास कहते है | 

उदाहरण -

  1. त्रिफला = तीन फलों का समाहार 
  2. त्रिभुवन = तीन भुवनो का समाहार 
  3. तिराह = तीन राहों का समूह 
  4. त्रिलोकी = तीन लोको का समूह 
  5. चौराहा = चार राहों का समूह 
  6. चारपाई = चार पायो का समूह
  7. चौमासा = चार महीनों का समूह
  8. पंचपात्र = पाँच पात्रों का समूह
  9. पंचवटी = पाँच वटों का समूह
  10. पंचरत्न = पाँच रत्नो का समाहार
  11. षट्कोण = छः कोणों का समूह
  12. षडरत्न = छः रत्नों का समाहार
  13. सतसई = सात सौ का सनूह
  14. सप्तद्वीप = सात द्वीपों का समाहार
  15. अष्टाध्यायी = आठ अध्यायों का समाहार
  16. अठन्नी = आठ आनों का समाहार
  17. नवरत्न = नौ रत्नों का समाहार
  18. शताब्दी = सौ अब्दों का समाहार

टिप्पणी -

इस सामासिक पद में पहला पद 'त्रि','चौ',पंच,','षट्', आदि में पहला पद तीन, चार, पांच, छः  शुरू हो रहा है, जो संख्यावाची है, इसलिए यहाँ द्विगु समास होगा |

Note - इस समास को पहचानने का सबसे सटीक ट्रिक यह है कि इसमें शब्द गिनती में है| 
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