प्रो जी सुंदर रेड्डी का जीवन परिचय
प्रो जी सुंदर रेड्डी का जन्म सन 1990 में आंध्र प्रदेश में हुआ था श्रेष्ठ विचारक समालोचक एवं उत्कृष्ट निबंधकार प्रो जी सुंदर रेड्डी 30 वर्षों तक आंध्र विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष पद पर रहे। इनकी प्रारंभिक शिक्षा संस्कृत एवं तेलुगु में तथा उच्च शिक्षा हिंदी में हुई। इन्होंने हिंदी एवं तेलुगु साहित्य के तुलनात्मक अध्ययन पर पर्याप्त काम किया इनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व अत्यंत प्रभावशाली है। यह हिंदी के प्रकांड पंडित हैं हिंदी और तेलुगु साहित्य के विविध प्रश्नों पर इन्होंने तुलनात्मक अध्ययन एवं शोधन भी किया। अहिंदी भाषी प्रदेश के निवासी होते हुए भी इनका हिंदी पर अच्छा अधिकार है। प्रोफेसर रेडी जी दक्षिण भारत में हिंदी के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 30 मार्च सन 2005 के इनका स्वर्गवास हो गया।
रचनाएं
इन की प्रमुख रचनाएं निम्नलिखित हैं
- साहित्य और समाज
- मेरे विचार
- वैचारिकी
- शोध और बोध
- वेलुगु वारुल
- लैंग्वेज प्रॉब्लम इन इंडिया
- दक्षिण की भाषाएं और उनका साहित्य