टिटनेस रोग के लक्षण एवं इसका उपचार || Titnes Rog Evn iska upchar

टिटनेस रोग ( लैक जॉ ) -

 मानव में टिटनेस रोग (धनुकबाई) क्लासट्रिडियम टिटेनी नामक जीवाणु के द्वारा होता है। जो मृदा  में प्रत्येक स्थान पर पाया जाता है। यह जीवाणु विपरीत वातावरणीय  दशाओ में लंबे समय तक जीवित रहता है। यह रोग जंगयुक्त लोहे से चोट लगने, कांच या कांटा चुभने, कुत्तों के काटने आदि  के कारण होता है। यह जीवाणु मृत ऊतक को संक्रमित करके कुछ ऐसे बिष पदार्थों को श्रावित करता है जो पेशियों में अनियंत्रिक और दीर्घकालिक आकुंचन  को प्रेरित करता है। जिसके कारण पूरे शरीर की पेशियों में अकड़न, दर्द, बुखार आना, जबड़ो  की  पेशियों में जकड़न आदि लक्षण आता है।

 उपचार -

इस रोग से बचने के लिए डीपीटी का इंजेक्शन लगाया जाता है तथा त्वरित उपचार के लिए एटीएस का इंजेक्शन लगाया जाता है। साथ ही प्रतिजैविक औषधिओं तथा पेशीय शिथिलन को प्रेरित करने वाली औषधियां दी जाती है।
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